CHECK BOUNCE RULE IN HINDI – चेक बाउंस का नया कानून चेक प्राप्त करने से पहले जाने चेक बाउंस केस कितने दिन चलता है? Check Bounce New Rules
जब कोई व्यक्ति किसी दुसरे व्यक्ति को चेक प्रदान करता है और वह चेक बाउंस हो जाए तो ऐसे में चेक देने वाले पर जुर्माना लगाया जा सकता है, साथ ही जेल जाने की सजा मिल सकती है। ऐसे में चेक बाउंस के नियम व् शर्ते आपको पता होना चाहिए। चलिए जानते है चेक भुगतान के नए नियम क्या है?
Check Bounce Ka Matlab Kya Hota Hai: जब आप किसी व्यक्ति को भुगतान के लिए चेक देते है एंव वह चेक बैंक के द्वारा किसी कारण से रिजेक्ट करा दिया जाए ऐसे में बैंकिंग या कानून की भाषा में इसको चेक बाउंस कहा जाता है चेक बाउंस होने पर भारत में सजा का प्रावधान है इसके लिए कुछ नियम एंव कानून भारत देश में पहले से बने हुए है
चेक बाउंस होने के कारण
चेक बाउंस होने के कई कारण हो सकते है लेकिन कुछ मुख्य कारण है। जिसके कारण आपका चेक बाउंस हो सकता है।
एक चेक बाउंस होने का कारण यह हो सकता है कि जब चेक बैंक में जमा किया गया था उस समय आपके खाते में बैलेंस का न होना। देनदार का सिग्नेचर चेक पर मेल ना करना। चेक इशु होने के 3 महीने बाद चेक बैंक में जमा करना।
चेक बाउंस का नया कानून
Check Bounce New Rules in Hindi 2024: अगर आपने किसी व्यक्ति से चेक लिया है और वह बाउंस हो जाता है तो ऐसे में आपको पता होना चाहिए चेक बाउंस के नियम क्या है?
चेक बाउंस हो जाने पर इन नियम का पालन जरुर करे 30 दिन के भीतर चेक देने वाले व्यक्ति को(देनदार) को एक लीगल नोटिस भेजे चेक बाउंस के लिए लीगल नोटिस बनाने के लिए किसी वकील से सलाह करें
अब आपको चेक देने वाले व्यक्ति को 15 दिन का समय देना है अगर देनदार पैसा दे देता है तो बात यही ख़त्म हो जाती है अगर 15 दिन दिन के भीतर आपको चेक पर मौजूद भुगतान राशि देनदार से नहीं प्राप्त होती है
ऐसे में आप 15 दिन बाद किसी वकील के माद्यम से केस के लिए दरखास्त दे सकते है इस तरह से चेक का भुगतान करने वाले व्यक्ति को सजा भी मिलेगी साथ ही कोर्ट देनदार को चेक भुगतान राशि का दुगुना भुगतान करने के लिए सजा दे सकती है।
अगर आपका चेक बाउंस होता है, तो आप सही समय पर चेक बाउंस प्रकिया या नियम को पूरा करे अन्यथा कोई फायदा नहीं होगा
चेक बाउंस केस कितने दिन चलता है? CHECK BOUNCE RULE
अगर आपने किसी को चेक दिया तो वह इस बात का सबूत हो जाता है, कि आपको लेनदार को चेक पर मौजूद राशि का भुगतान करना है। ऐसे में आपका चेक बाउंस होगा तो आपको दो तरह की सजा मिल सकती है
अगर चेक बाउंस होता है तो निम्न सजा हो सकती है पहला भुगतान राशि का दुगुना राशि देना पड़ सकता है दूसरा चेक बाउंस होने के कंडीशन में आपको जेल भी हो सकती है
नेगोंशिएसन इन्स्ट्रूमेंट एक्ट के सेक्शन 138 के तहत यह सभी प्रकिया की जाती है। ऐसे में चेक बाउंस होने से बचना ही सही उपाय है। चेक बाउंस के नियम की अधिक जानकारी विडिओ में देखे चेक बाउंस मामले में ट्रायल कोर्ट के समक्ष कार्यवाही पूरी होने में आम तौर पर औसतन एक वर्ष का समय लगता है
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