KOTA HISTORY IN HINDI कोटा राज्य का इतिहास कोटा शहर का इतिहास क्या है ? – कोटा शहर के इतिहास ओर खूबसूरती पर्यटन स्थल के बारे में बताने जा रहे हें अगर हम कोटा शहर के इतिहास के बारे में बात करें तो पहले कोटा एक जिला ना होकर बूंदी रियासत का हिस्सा था
1241 से पहले यहाँ मीणाओं का शासन था लेकिन 1241 के बाद यहां हाड़ा चौहानौ का शासन हो गया था बूंदी नरेश राव रत्न सिंह के पुत्र माधोसिंह से प्रसन्न होकर मुगल शासक शाहजहाँ ने सन् 1631 ई. में माधोसिंह को कोटा का पृथक राज्य देकर उसे बूँदी से स्वतंत्र कर दिया। कोटा से बूंदी की दूरी लगभग 40 Km है।
कोटा राज्य का इतिहास
राजस्थान के कोटा शहर के इतिहास के बाद जाने कोटा शहर के खूबसूरत और दर्शनीय स्थान – कोटा के टूरिस्ट स्पॉट राजस्थान के ज्यादातर हिस्से गर्म स्थल रहते है लेकिन कई जगह एसी भी हे जहां हरियाली और खूबसूरत नजारे से भरी हे इन्हीं में से एक कोटा भी है जिसकी खूबसूरती विदेशी पर्यटक स्थल को भी मात देता है
सेवन वंडर्स पार्क KOTA
सेवन वंडर्स पार्क KOTA – यहां दुनिया के सात अजूबे की छोटी इमारत मौजूद हे जिनका नाम ताज महल, द ग्रेट पिरामिड, एफिल TOWER, क्राइस्ट द रिडीमर ऑफ ब्राजील, लीनिंग टावर ऑफ पीसा, कोलोसियम और स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी शामिल हैं
किशोर सागर और जगमंदिर पैलेस
KISHORE SAGAR AND JAGMANDIR PLACE KOTA – जगमंदिर पैलेस कोटा के पर्यटक आकर्षणों में से एक है। यह भारत के राजस्थान के कोटा शहर के मध्य में किशोर सागर झील के बीच में बना एक छोटा सा महल है। इसे 1740 में कोटा की महारानी में से एक ने बनवाया था। महल के आसपास के पानी में नाव की सवारी का आनंद लिया जा सकता है
चंबल गार्डन कोटा राजस्थान
Chambal Garden Kota – चंबल गार्डन यह कोटा एक टॉप दर्शनीय स्थल में से एक हे यहां पर आपको एक उत्तम शांति का अनुभव होगा जहां पर लंबे पेड़ पौधे और सुगंधित फूल की खुशबु चारों ओर महकती हे चंबल गार्डन में एक स्थान पर आपको आकर्षित करता हुआ एक तालाब मौजूद है इस जगह पर चंबल गार्डन को ब्लॉकबास्टर फिल्म ‘बद्रीनाथ की दुल्हनियां’ में भी फिल्माया गया था।
कोटा गढ़ पैलेस म्यूजियम
KOTA GARH PLACE MUSEUM – कोटा गढ़ पैलेस म्यूजिय कोटा गढ़ सिटी पैलेस का इतिहास लगभग 700 साल पुराना माना जाता है, सिटी पैलेस की नीव 1264 ई पूर्व में रखी गई थी। जबकि पैलेस की स्थापना बूंदी के राजकुमार जैत सिंह ने की थी, क्योंकि माना जाता है राजकुमार जैत सिंह ने इस स्थान पर भील शासक कोटिया को हराया था
दर्रा वन्य जीव अभयारण्य
दर्रा वन्य जीव अभयारण्य – दर्रा वन्यजीव अभयारण्य राष्ट्रीय उद्यान कोटा में स्थित है यहां घड़ियालों (पतले मुंह वाले मगरमच्छ) के लिए बहुत लोकप्रिय है। यहां जंगली सुअर, तेंदुए और हिरन पाए जाते हैं। बहुत कम जगह दिखाई देने वाला दुर्लभ कराकल जीव यहां देखे जा सकता है।
कोटा अखिर केसे बना एजुकेशन हब | KOTA HISTORY IN HINDI
कोटा अखिर केसे बना एजुकेशन हब KOTA HISTORY IN HINDI – 1981 से पहले कोटा एक इंडस्ट्रीयल टाउन था लेकिन जब वहां की इंडस्ट्री Financial दिक्कत के कारण बंद होने लगी इन्हीं इंडस्ट्री में काम करने वाले एक इंजीनियर वक्त बंसल ने एक ALTERNATIV JOB की तरह क्लास 7th से 12th तक के स्टूडेंट्स को पढ़ाना शुरू किया 1985 में उन्हीं के एक स्टूडेंट ने JEE EXAM CRACK कर आईआईटी में Admission लिया
फिर 1991 में बंसल CLASSES की शुरुआत हुई बाद में उन्हीं की फैकल्टी ने बंसल classes को छोड़कर अपने अपने institutes बना लिये जेसे RK वर्मा जिन्होंने resonance की शुरुआत की जिससे कोटा में PG और ढाबा खुले गए। बस इसी तरह धीरे धीरे कोटा एक कोचिंग हब बन गया
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