HANUMAN PUJA SAMAGRI LIST हनुमान पूजा सामग्री लिस्ट – हिन्दू धर्म की मान्यता है की अगर कोई भक्त हनुमान जी की पूजा श्रधा भाव से करे ऐसे में हनुमान जी इस कलयुग में में भी सभी संकट से अपने भक्त को बचाते है हनुमान चालीसा का पाठ एंव पूजा घर पर बहुत ही आसानी से किया जा सकता है
हनुमान जी पूजा घर पर करने से बहुत फायदे होते है लेकिन हनुमान मंदिर में जाकर हनुमान जी की पूजा करे तो अत्यंत लाभकारी होता है श्री हनुमान अपने कई गुणों के कारण जाने जाते है जब कोई भक्त उनको याद करता है ऐसे में बहुत जल्दी प्रसन्न हो जाते है हनुमान जी की पूजा के लिए बहुत अधिक पूजा सामग्री की जरुरत भी नहीं होते है ऐसे में आइये जाने हनुमान पूजा या पूजन सामग्री की लिस्ट हिंदी में पीडीऍफ़ प्रारूप के साथ
हनुमान पूजा सामग्री लिस्ट – HANUMAN PUJA SAMAGRI LIST
यहाँ पढ़े हनुमान पूजा सामग्री लिस्ट HANUMAN PUJA SAMAGRI LIST हनुमान जी की पूजा या पूजन के लिए निम्न पूजा सामग्री की जरुरत होती है –
सामग्री लाल कपड़ा, गंगाजल, तुलसी पत्र, पंचामृत, नारियल, जनेऊ, कलश, चमेली का तेल, इत्र, सरसों पिला, फूल, कंकु, जल, कलश, चन्दन, लाल चन्दन, सिंदूर, लाल फुल, लाल फुल की माला, फल, केला, बेसन का लड्डू, लाल पेड़ा, तेल, घी, धुप अगरबती, दीप, कपूर, मोतीचूर का लड्डू, चना, गुड़, पान
अगर कोई भक्त हनुमान जी के पूजा हेतु पूजन सामग्री खरीदने में असमर्थ है ऐसे में वह भक्त सिंदूर चना और गुड़ सामग्री से भी हनुमान जी की पूजा कर सकते है हनुमान जी भक्त की श्रधा से प्रसन्न होने वाले देवता है पूजन सामग्री ऑनलाइन एंव ऑफलाइन दोनों बहुत ही आसानी से लिया जा सकता है अगर आप सच्चे मन से हनुमान जी की पूजा करे तो आपकी सभी मनोकामनाए पूर्ण होगी आगे जाने 108 बार हनुमान चालीसा पढ़ने के फायदे
हनुमान चालीसा हिंदी में HNAUMAN CHALISA – 🚩
हनुमान चालीसा हिंदी में HNAUMAN CHALISA – जब कोई भक्त संकट में हो ऐसे में उसे चाहिए कि हनुमान चालीसा का पाठ करें इस तरह से हनुमान से जी संकट खुद आपके दूर करेंगे
दोहा हनुमान चालीसा
श्रीगुरु चरन सरोज रज निज मनु मुकुरु सुधारि बरनऊं रघुबर बिमल जसु जो दायकु फल चारि बुद्धिहीन तनु जानिके सुमिरौं पवन कुमार बल बुद्धि बिद्या देहु मोहिं हरहु कलेस बिकार”
हनुमान चालीसा हिंदी में
- जय हनुमान ज्ञान गुन सागरजय
- कपीस तिहुं लोक उजागर
- रामदूत अतुलित बल धामा
- अंजनि पुत्र पवनसुत नामा
- महाबीर बिक्रम बजरंगी
- कुमति निवार सुमति के संगी
- कंचन बरन बिराज सुबेसा
- कानन कुंडल कुंचित केसा
- हाथ बज्र औ ध्वजा बिराजै
- कांधे मूंज जनेऊ साजै
- संकर सुवन केसरीनंदन
- तेज प्रताप महा जग बन्दन
- विद्यावान गुनी अति चातुर
- राम काज करिबे को आतुर
- प्रभु चरित्र सुनिबे को रसिया
- राम लखन सीता मन बसिया
- सूक्ष्म रूप धरि सियहिं दिखावा
- बिकट रूप धरि लंक जरावा
- भीम रूप धरि असुर संहारे
- रामचंद्र के काज संवारे
- लाय सजीवन लखन जियाये
- श्रीरघुबीर हरषि उर लाये
- रघुपति कीन्ही बहुत बड़ाई
- तुम मम प्रिय भरतहि सम भाईस
- हस बदन तुम्हरो जस गावैं
- अस कहि श्रीपति कंठ लगावैं
- सनकादिक ब्रह्मादि मुनीसा
- नारद सारद सहित अहीसा
- जम कुबेर दिगपाल जहां ते
- कबि कोबिद कहि सके कहां ते
- तुम उपकार सुग्रीवहिं कीन्हा
- राम मिलाय राज पद दीन्हा
- तुम्हरो मंत्र बिभीषन माना
- लंकेस्वर भए सब जग जाना
- जुग सहस्र जोजन पर भानू
- लील्यो ताहि मधुर फल जानू
- प्रभु मुद्रिका मेलि मुख माही
- जलधि लांघि गये अचरज नाहीं
- दुर्गम काज जगत के जेते
- सुगम अनुग्रह तुम्हरे तेते
- राम दुआरे तुम रखवारे
- होत न आज्ञा बिनु पैसारे
- सब सुख लहै तुम्हारी सरना
- तुम रक्षक काहू को डर ना
- आपन तेज सम्हारो आपै
- तीनों लोक हांक तें कांपै
- भूत पिसाच निकट नहिं आवै
- महाबीर जब नाम सुनावै
- नासै रोग हरै सब पीरा
- जपत निरंतर हनुमत बीरा
- संकट तें हनुमान छुड़ावै
- मन क्रम बचन ध्यान जो लावै
- सब पर राम तपस्वी राजा
- तिन के काज सकल तुम साजा
- और मनोरथ जो कोई लाव
- सोइ अमित जीवन फल पावै
- चारों जुग परताप तुम्हारा है
- परसिद्ध जगत उजियारा
- साधु संत के तुम रखवारे
- असुर निकंदन राम दुलारे
- श्री हनुमान चालीसा चौपाई
- अष्ट सिद्धि नौ निधि के दाता
- अस बर दीन जानकी माता
- राम रसायन तुम्हरे पासा
- सदा रहो रघुपति के दासा
- तुम्हरे भजन राम को पावै
- जनम-जनम के दुख बिसरावै
- अन्तकाल रघुबर पुर जाई
- जहां जन्म हरि भक्त कहाई
- और देवता चित्त न धरई
- हनुमत सेइ सर्ब सुख करई
- संकट कटै मिटै सब पीरा
- जो सुमिरै हनुमत बलबीरा
- जै जै जै हनुमान गोसाईं
- कृपा करहु गुरुदेव की नाईं
- जो सत बार पाठ कर कोई
- छूटहि बंदि महा सुख होई
- जो यह पढ़ै हनुमान चालीसा
- होय सिद्धि साखी गौरीसा
- तुलसीदास सदा हरि चेरा
- कीजै नाथ हृदय मंह डेरा
- कीजै नाथ हृदय मंह डेरा”
दोहा हनुमान चालीसा हिंदी में
पवन तनय संकट हरन मंगल मूरति रूप राम लखन सीता सहित हृदय बसहु सुर भूप
– सम्पूर्ण हनुमान चालीसा लिरिक्स हिंदी में
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