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GANESH CHATURTHI

GANESH CHATURTHI – गणेश चतुर्थी क्यों मनाया जाता है जानिये गणेश चतुर्थी कथा

GANESH CHATURTHI IN HINDI गणेश चतुर्थी क्यों मनाया जाता है जानिये गणेश चतुर्थी कथा – गणेश भगवान की पूजा वाले दिन को गणेश चतुर्थी के नाम से जाना जाता है। ऐसे ही कई तरह के त्यौहार भारत देश में मनाया जाता है, लेकिन गणेश चतुर्थी क्यों मनाया जाता है। गणेश चतुर्थी कथा इन हिंदी

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गणेश चतुर्थी क्यों मनाया जाता है

यहाँ पढ़े गणेश चतुर्थी क्यों मनाया जाता है ? – भगवान गणेश जी के जन्मदिन पर गणेश चतुर्थी का त्यौहार मनाया जाता है। भारत देश के कई राज्यों जैसे उत्तर प्रदेश, गोवा, महाराष्ट्रा, तमिलनाडु और अन्य राज्य में बड़े धूम धाम से गणेश चतुर्थी त्यौहार का आयोजन किया जाता है।

हिन्दू धर्म के मान्यता के अनुसार भगवान गणेश की पूजा अर्चना घर में खुशी और समृद्धि आती है। साथ ही घर से कई तरह के बाधाए दूर होती है। इसलिए भगवान गणेश जी को खुश करने के लिए उनके जन्मदिन पर गणेश चतुर्थी का त्यौहार मनाते है।

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गणेश चतुर्थी कथा GANESH CHATURTHI KATHA

गणेश चतुर्थी कथा GANESH CHATURTHI KATHA – जब एक बार देवता विपदाओ से घिरे थे तब सभी देवता मदद मांगने के लिए भगवान शिव जी के पास गए थे लेकिन भगवन शिव जी के साथ कार्तिकेय एंव गणेश जी भी साथ बैठे थे।

देवताओं की समस्या सुनकर भगवान् शिव जी ने कार्तिकेय एंव गणेश जी दोनों से सवाल किया “तुम में से कौन देवताओं के कष्टों का निवारण करेगा” ऐसे में दोनों लोग देवताओं के कष्टों को दूर करने में सक्षम बताने लगे।

ऐसे में भगवान् शिव जी कार्तिकेय एंव गणेश जी की परीक्षा लेने के लिए कहा “सबसे पहले जो पृथ्वी की परिक्रमा करके आएगा वही देवताओ के मदद करने जाएगा”। भगवान शिव जी के ऐसा कहने भर से कार्तिकेय अपने वाहन मोर पर सवार होकर पृथ्वी की परिक्रमा के लिए चले गए।

लेकिन गणेश जी सोचने लगे अगर मैं अपने वाहन चूहा से पृथ्वी की परिक्रमा करूँगा। तो इसमें बहुत समय लग जाएगा ।ऐसे में उन्हें एक उपाय आया “गणेश जी अपने स्थान से उठे एंव अपने माता पिता के सात बार परिक्रमा किया और बैठ गए।

उसके बाद कार्तिकेय पृथ्वी का परिक्रमा करके आये और खुद को विजेता घोषित करने लगे, फिर भगवान् शिव जी ने भगवान् गणेश जी से पृथ्वी की परिक्रमा न करने का कारण पूछा तब गणेश जी कहा:-

“माता पिता के चरणों में समस्त लोक है” जवाब सुनकर भगवान् शिव जी ने गणेश जी को देवताओं की मदद के लिए भेजा इस तरह भगवान् शिव जी ने गणेश जी को आशीर्वाद दिया कि जब कोई भक्त चतुर्थी के दिन तुम्हारा पूजन करेगा और रात्री में चंद्रमा को अर्ध्य देगा उसके तीनो ताप ( दैहिक ताप, भौतिक ताप, दैविक ताप ) दूर होंगे। इस व्रत को करने वाले भक्त के सारे दुःख दूर होंगे एंव मनोकामनाए पूर्ण।

गणेश चतुर्थी शुभ मुहूर्त

गणेश चतुर्थी का दिन हो या कोई सामान्य दिन हर दिन का एक शुभ मुहूर्त एंव समय होता है ऐसे में हमें कोई भी अच्छा कार्य पूजा पाठ एंव मूर्ति स्थापना एंव पूजा सही समय एंव शुभ मुहूर्त पर कर लेना चाहिए। आइये जाने गणेश चतुर्थी शुभ मुहूर्त एंव सही समय

  • लाभ समय : दोपहर 2 बजकर 17 मिनट से 3 बजकर 52 मिनट तक।
  • गणेश चतुर्थी शुभ मुहूर्त, शुभ समय : सुबह 7 बजकर 58 से 9 बजकर 30 तक।
  • वहीँ शाम की मुहूर्त है- 06:54 PM to 08:20 P
  • गणेश चतुर्थी पर गणेश जी की मूर्ति स्थापना समय में करे
  • अमृत समय : 03:53 PM to 05:17 PM
  • सुभ समय : 09:32 AM to 11:06 AM
  • गणेश जी पूजा अर्चना को दोहपर के समय अच्छा समझा जाता है

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