PATNI SE TALAK KAISE LE अपनी पत्नी से तलाक कैसे ले यहा जाने तलाक का नया कानून – पति एंव पति में जब खटपट बहुत अधिक किसी भी वजह से हो जाती है जब बात तलाक लेने तक पहुचे तो क्या करें आइये जाने ?
अगर पत्नी एंव पति में से कोई एक तलाक की याचिका दायर करना चाहती है तो किसी भी वकील की मदद से तलाक की याचिका दायर किया जा सकता है अगर पति तलाक की याचिका दायर करता है तो पत्नी को अदालत नोटिस भेजती है और पत्नी याचिका दायर करती है तो पति को नोटिस कोर्ट के माद्यम से भेजा जाता है
एक बार जब तलाक की याचिका न्यायालय में दायर हो जाती है उसके बाद न्यायलय, पति एंव पत्नी की याचिका पर सुनवाई करता है आगे जाने तलाक कैसे लेना चाहिए
अपनी पत्नी से तलाक कैसे ले
अपनी पत्नी से तलाक कैसे ले यहा जाने तलाक का नया कानून – तलाक पति या पत्नी इस तरह से ले सकते है तलाक चाहे पति से हो पति से, खुद निर्णय ले Divorce के लिए याचिका दाखिल करने से पहले खुद को निडर एंव साहसी होना जरुरी है फॅमिली कोर्ट में कोई भी केश खुद पेरवी करते समय अपनी सभी इन्द्रियाँ खुली रखे, आपको सजग रहने की जरुरत है अपने किये हुए कार्य पर खुद का विश्वास बनाये रखे
तलाक का मुकदमा करने के बाद कभी भी वापस नहीं लेना चाहिए गुजारा भत्ता के कारण भी तलाक का मुकदमा वापस नहीं लेना चाहिए ऐसे बहुत से लोग है जो गुजारा भत्ता देने के वजह से मुकदमा वापस ले लेते है
PATNI SE TALAK KAISE LE
तलाक फाइल करने हेतु अच्छे वकील का चयन करे सही मार्गदर्शन एंव सही कानूनी प्रक्रिया न होने पर काफी नुकसान उठाना पड़ सकता है जज के दबाव में कभी भी कोई फैसला न ले क्योकि कई बार ऐसा होता है जज भी दबाव बनाते है यदि आपको ऐसा लगता है तो आप जज से कुछ समय विचार करने के लिए मांग सकते है
एकतरफा तलाक के नियम
एकतरफा तलाक का निर्णय आने में कितना समय लगेगा इसके लिए कोई समयसीमा निर्धारित नहीं की गई है एकतरफा तलाक के लिए किसी ऐसे आधार को दिखाना/साबित करना होगा
जो तलाक लेने में मदद करें अगर आप एकतरफा तलाक के लिए आवेदन कर रहे है तो अपने पार्टनर निम्नवत खामियां दिखा सकते है जिससे तलाक मिलना आसान हो सकता है लेकिन आपको साबित भी करना होगा निम्नलिखित जैसे – गंभीर यौन रोग मानसिक रोगी धर्म परिवर्तन शारीरिक-मानसिक क्रूरता बाहरी व्यक्ति से यौन संबंध बनाना धर्म संस्कारों को लेकर दोनों के बीच में तलाक दो या दो से अधिक वर्षो से अलग-अलग रहनें कि स्थिति में
आपसी सहमति से तलाक के नियम
किसी वकील के माद्यम से आपसी सहमति से तलाक के लिए याचिका दायर करे इस तलाक के याचिका में स्पष्ट रूप से लिखा होना चाहिए कि आपसी सहमती से हम पति एंव पत्नी तलाक लेना चाहते है न्यायालय में याचिका दाखिल होने के बाद दोनों पक्ष के बयान सुने एंव दर्ज किया जाएगा बयान प्रकिया पूरी हो जाने के बाद कुछ दस्तावेजों पर हस्ताक्षर करवाया जाएगा अब तलाक के लिए अभी सभी प्रकिया पूरी हो चुकी है
अब आपसी सहमति से तलाक के लिए 6 महीने का समय पत्नी एंव पति को दिया जायेगा अगर 6 महीने में पति एंव पत्नी में से कोई भी एक तलाक न चाहे तो तलाक याचिका को वापस लिया जा सकता है जब 6 महीने का समय गुजर जाएगा ऐसे में दोनों पक्ष को बताया जाएगा यह अंतिम सुनवाई है और ऐसे समय में भी अगर दोनों पक्ष तलाक चाहते है न्यायालय द्वारा तलाक का अंतिम निर्णय दे दिया जाएगा
तलाक के लिए सबसे अच्छा वकील
क़ानूनी सलाह चाहिए तो एक्सपर्ट्स वकील से बात कर सकते है वक्त इंसान के लिए सबसे महंगा है इसलिए बेफजुल बर्बाद नहीं करना चाहिए कानूनी सलाहकार मोहम्मद नजीर वकील साहब से बात कर सकते है बात करने के लिए 500 रूपए का शुल्क देना होगा. WTS NO. – 9120298775
तलाक के लिए क्या क्या कागज चाहिए
अगर कोई व्यक्ति तलाक लेना चाहता है तो उसके पास तलाक के लिए डॉक्यूमेंट या कागज़ होना चाहिए जो निम्नवत है – मैरिज सर्टिफिकेट शादी की फोटो या अन्य कोई प्रमाण पहचान प्रमाण पत्र शादी की चार तस्वीरें पति और पत्नी का पता प्रमाण कोई अन्य दस्तावेज जो आप संलग्न करना चाहते हैं
पासपोर्ट साइज़ फोटो साक्ष्य (एविडेन्स) दिखाते हुए सुलह के असफल प्रयास पेटीशनर की पारिवारिक बैक ग्राउंड के बारे में जानकारी याचिकाकर्ता (Petitioner) के पेशे और उनके वर्तमान पारिश्रमिक का विवरण – वेतन पर्ची / नियुक्ति पत्र
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