Gorakhpur News In Hindi, Gorakhpur Hindi News, Hindi News, GKP News in Hindi

HOLI KAB HAI - होली कब है यहाँ जानिए सही तारीख

HOLI KAB HAI – होली कब है यहाँ जानिए सही तारीख

HOLI KAB HAI 2025 होली कब है यहाँ जानिए सही तारीख – बुरा न मानो होली है कुछ इन्ही शब्दों के प्रयोग से होली के रंग एक दुसरे को लगाते है होली का पर्व बड़े धूम धाम से मनाया है होली पर्व का बहुत से लोग इन्तेजार करते है और जानना चाहते है होली कब है ऐसे में आइये जाने

HOLI KAB HAI - होली कब है यहाँ जानिए सही तारीख
होली कब है यहाँ जानिए सही तारीख HOLI KAB HAI

HOLI KAB HAI – होली कब है

होली कब है HOLI KAB HAI – हर वर्ष की तरह इस साल भी होली का पर्व मनाया जाएगा इस वर्ष यानी 2025 में होली शुक्रवार, 14 मार्च को आ रहा है होली पर्व रंगों का पर्व है जो भारत वर्ष में बड़े धूम धाम से मनाया जाता है होलिका दहन गुरुवार, 13 मार्च को शाम 6 बजकर 24 मिनट से रात 8 बजकर 51 मिनट के बीच मनाया जाएगा

होली क्यों मनाया जाता है

अगर आपको नहीं मालुम होली क्यों मनाया जाता ऐसे में आपको होली की कहानी लिखा हुआ पढ़ना चाहिए

प्राचीन काल में हिरण्यकशिपु नाम का एक अत्यंत बलशाली असुर था। जो खुद की शक्ति पर अहंकार कर बैठे और खुद को इश्वर मानने लगा था इसलिए वह खुद के राज्य में प्रजा पर ईश्वर का नाम लेने से रोक लगा थी लेकिन उसका खुद का बेटा/पुत्र प्रह्लाद ईश्वर के बहुत बड़ा भक्त था

प्रह्लाद की ईश्वर भक्ति को देखकर हिरण्यकशिपु बहुत क्रोधित हुआ इसलिए अपने पुत्र प्रह्लाद को ईश्वर भक्ति से रोकने के लिए कई तरह के कष्ट दिए फिर भी उसका पुत्र ईश्वर उपासना नहीं छोड़ी हिरण्यकशिपु की एक बहन जिसे वरदान प्राप्त था, आग में नहीं जलेगी

इसलिए हिरण्यकशिपु ने अपनी बहन से कहा प्रह्लाद को आग में लेकर बैठा जा लेकिन हिरण्यकशिपु ने जैसा सोचा था उसके विपरीत हुआ आग में बैठने पर होलिका तो जल गई, पर प्रह्लाद बच गया इसलिए ईश्वर भक्त प्रह्लाद की याद में होली का पर्व हर साल बड़े धूम धाम से मनाया जाता है

होली पूजन सामग्री

हर साल होली पर होली पूजन सामग्री की जरुरत होती है जो पूजा करते है होलिका दहन पर पूजा सामग्री की जरुरत पड़ती है जो होली/होलिका पूजा सामग्री चाहिए वह निम्नवत है:- कच्चा सूती धागा, नारियल/बताशा, नया अनाज और मूंग की साबूत दाल, हल्दी का टुकड़ा, एक कटोरी पानी/गुलाल पाउडर रोली/अक्षत/धूप और फूल गाय के गोबर से बनी माला

होलिका दहन पूजा विधि

होलिका दहन के लिए सबसे पहले लकड़ी को इकठ्ठा करें इसके बाद होलिका दहन लकड़ी में कच्चा सूत से 3/7 बार लपेट दें अब गंगाजल/शुद्ध जल/फूल/कुमकुम का छिड़काव कर दें इसके बाद होलिका दहन पूजा करें इसके लिए पूजा में माला/रोली/अक्षत/बताशे-गुड़/साबुत हल्दी/गुलाल/नारियल इत्यादि इस्तेमाल करें

मन्त्र: असृक्पाभयसंत्रस्तै: कृता त्वं होलि बालिशै:। अतस्त्वां पूजायिष्यामि भूते भूतिप्रदा भव।।

जो मन्त्र बताया गया है उसका उच्चारण करें साथ ही होलिका की 7 परिक्रमा करें इस बात का ध्यान दें होलिका पूजा के समय पूर्व या उत्तर दिशा में मुख हो

READ NEWS

Categories: